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प्रेरक कहानियाँ


A motivational context - dowry

एक प्रेरक प्रसंग जो हर लड़की और लड़कों के लिए अनुकरणीय शिक्षा है, किसी की भी सुदंरता उसके चेहरे से ज्यादा दिल की होती है.

एक फकीर एक वृक्ष के नीचे ध्यान करते थे. वो रोज एक लकड़हारे को लकड़ी काट कर ले जाते देखते थे. एक दिन उन्होंने लकड़हारे से कहा कि सुन भाई, दिन-भर लकड़ी काटता है, दो जून की रोटी भी नहीं जुट पाती.

how-to-deal-critical-moment

इस प्रसंग के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया गया है । की विषम परिस्थितिओं में हमें किस प्रकार से सोचना चाहिए, हमारी नज़रिया कैसी होनी चाहिए, की हम उस परिस्थिति से मुक़ाबला कर सकें ।

Image of Gautam Buddha

संन्यास लेने के बाद गौतम बुद्ध ने अनेक क्षेत्रों की यात्रा की. एक बार वह एक गांव में गए. वहाँ एक स्त्री उनके पास आई और बोली – आप तो कोई “राजकुमार” लगते हैं.

pram satya

एक बार ईश्वर ने सभी प्राणियों को बुलाया, लेकिन मानव्  को जान- बुझ कर छोड़ दिया. दरअसल वो इंसान से कुछ छुपाना चाहते थे. ईश्वर

sasuraal bhee apanee ghar jaisee

आज-कल अधिकांश घरों में सास और बहु के बीच मतभेद हो जाता है. बहु के घर आने के कुछ दिन बाद से ही मतभेद बढ़ना शुरू हो जाता है, लेकिन

Change is necessary

जीवन में बदलाव होती रहनी चाहिए और समय परिस्थिति के अनुसार हमें अपने में परिवर्तन करते रहना चाहिए.

how-dealing-with-uncertainty

एक मुसाफ़िर ने सड़क के किनारे बैठी एक महिला से पूछा, आगे जो शहर आने वाला है, उस शहर के लोग कैसे हैं ? ‘तुम जहाँ से आ रहे हो, वहां के लोग कैसे थे ?’

positive thinking

गर्मी की छुट्टी में मैं अपने फुआ के यहाँ गया हुआ था. उस समय दुसरे शहर से मेरी फुआ की हमउम्र एक रिलेटिव आई थी.

courage

प्रिय पाठकों प्रस्तुत एक साहसिक प्रसंग जो ब्रिटिश शासन के समय की है । बिहार के दियारा गांव में अधिकांश लोग जाना पसंद नहीं करते थे, क्योंकि वहां जाने वालों को अक्सर बुखार जकड़ लेता था ।