पर्व-त्योहार
अतीत को वर्तमान से जोड़ती है ये घुमौर होली
दुनिया भर में होली के कई रूप प्रसिद्ध हैं , चाहे ब्रज की प्रियतम को पीट कर मनाई जाने वाली लट्ठमार होली, वृन्दावन में मनाई जाने वाली फूलों की होली अथवा बनारस में लाशों के भभूत से मनाई जाने वाली मसानी होली हो| पर प्रसिद्धि की इस दौर में अगर कोई होली छूट जाती है …
महाशिवरात्रि का अर्थ !
भगवान शिव आदियोगी हैं. योग के जन्मदाता और आदिगुरु. योगियों और सन्यासियों के लिए महाशिवरात्रि वह रात्रि है जब लंबी साधना के बाद शिव को योग की उच्चतम उपलब्धियां हासिल हुई थीं.
क्योंकि हमारे भीतर का बच्चा कहता है कि “सब मनोरथ बाबा के भरोसे”
महाशिवरात्रि मनाया जा रहा है । गाँव से शहर तक ! यहाँ जो भी लड़के व्रत करते दिख रहे हैं, वो भी हमारे इधर (गाँव) के ही हैं । एकदम ना के बराबर लड़के पटना से हैं जो व्रत कर रहे हैं । हाँ, सबसे बड़ी उपलब्धि ये रही है कि इस शहर के कुछ …
नव वर्ष, नया संकल्प और नया लक्ष्य
नव वर्ष, नया संकल्प और नया लक्ष्य और लक्ष्य को पाने के लिए चाहिए दृढसंकल्प. तो क्या है आपका संकल्प वर्ष 2019 के लिए.
फाल्गुन मास और बसंती बयार
आकाश में लालिमा कोई तस्वीर को सुर्ख रंगों से भर रही है, अरहर की झुरमुटों में अभी भी अँधेरा है | मैं खेत-पथार घूमने निकला हूँ |
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति महोदय का सम्बोधन
सर्वप्रथम आपको गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ! प्रस्तुत है, 68वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति महोदय का सम्बोधन !
होलीका, होली, रंग और हम
भारतीय परम्पराओं में होली का अपना एक अलग ही महत्व है. जाती धर्म से ऊपर उठ कर भारतीय लोग इस पर्व को समरसता पूर्वक मनाते हैं. वास्तविकता तो यह है की यह पर्व हमें प्रेम करना सिखाता है.
हमें नव वर्ष पर संकल्प लेना चाहिए
सर्वप्रथम विचार बिंदु के पाठकों को नववर्ष की मंगलमय शुभकामनाएं ! हम सभी समय के चक्र के साथ नववर्ष में प्रस्थान कर गए हैं.