सुकरात ग्रीस के एक बहूत बड़े चिन्तक व दार्शनिक थे. वे तर्कशास्त्र के प्रणेता थे. सही मायने में वे बड़े राजनीतिज्ञ थे. इनका जन्म 470 BC में एथेंस में हुआ था । 399 BC में उन्हें मृत्यु दंड दिया गया और वे संसार को अंतिम विदा कह गये.
सत्य का मार्ग दिखलाते हुए यही कहा की – “ समाज की संकीर्णता, परम्परावादीता , रूढ़िवादीताओं तथा अंध मन्य्ताओं से बाहर निकलकर प्रत्येक वक्ति को यह सोचना चाहिए की मनुष्य एक महान प्राणी है. कवि हो या मजदूर राजनेता हो या व्यपारी उन्हें यह सोचना चाहिए कि वक्ति धन, बल, शक्तियों और उपलब्धियों के आधार पर महान नहीं होता है.”
एक बार सुकरात के शिष्य ने उनसे पूछा चंद्रमा में कलंक और दीपक तले अँधेरा क्यों रहता है ?
उत्तर स्वरूप सुकरात ने कहा “ तुम्हें दीपक का प्रकाश और चंद्रमा की ज्योति नहीं दिखाई देती । इस संसार में प्रत्येक वस्तु के दो पहलु होते हैं । जो अच्छा देखना चाहता है, उसे सब कुछ अच्छा ही दिखाई परता है । जो बुरा देखना चाहते है, उन्हें सभी कुछ बुरा ही नजर आता है ।”
Quote : किसी से दोस्ती करने में धीमे रहिए, लकिन अगर मित्रता हो जाये तो उसे मजबूती से निभाइए और स्थिर रहें.
– Socrates / सुकरात
Quote : हर साल भी अगर एक बुरी आदत को फेंका जाये तो बुरे से बुरा वक्ति भी अच्छा बन सकता है.
– Socrates / सुकरात
Quote : किसी भी परिस्थीती में पैसे से अच्छे गुण हासिल नहीं किये जा सकते है, लेकिन अच्छे गुणों से पैसा जरूर प्राप्त किया जा सकता है.
– Socrates / सुकरात
Quote : जो वक्ति खुद के गुस्सो को काबू करना सिख लेता है, वह दुसरे के गुस्सो से खुद ही बच निकलता है.
– Socrates / सुकरात
Quote : हमारी प्रार्थना सिर्फ आशीर्वाद पाने के लिये होनी चाहिए क्योंकि ईश्वर जानते हैं की आपके लिए क्या अच्छा है.
– Socrates / सुकरात
Quote : जिन्दगी में कुछ भी हो जाए, एक ब़ार शादी जरुर किजीये. अगर अच्छी पत्नी मिली तो जिन्दगी खुशहाल हो जाएगी और अगर बुरी मिली तो दार्शनिक जरुर बन जायेंगे.
– Socrates / सुकरात
Quote : खुद को जानो ! यह इसलिए जरुरी है क्योंकि एक बार खुद को जान लिया तो यह सिख जायेंगे की खुद को केसे आगे बढ़ाना है.
– Socrates / सुकरात
Quote : जो आप चाहते है वह नहीं मिलता है तो तकलीफ होती है. जो नहीं चाहते है वह मिल जाता है तो भी तकलीफ होती है क्योंकि की वो सदा आपके पास नहीं रहेगा.
– Socrates / सुकरात
Quote : एक मात्र अच्छाई केवल ज्ञान है, और एक मात्र बुराई केवल अज्ञान है.
– Socrates / सुकरात
Quote : संतुष्टि प्रकृति की दोलत है और वैभव इन्सान की बनाई हुई गरीबी, वे ही धनवान है जो सबसे कम में संतुष्ट रहना जानते है.
– Socrates / सुकरात
Quote : खुद को भीतर से खुबसूरत बनाएं और प्रार्थना करें की आप बाहर और अंदर से एक जैसा ही हो.
– Socrates / सुकरात
Quote : सच्ची बुद्धिमानी उसी वक्त आ सकती है, जब हम यह मन ले की “हम जिन्दगी, खुद के बारे में और हमारे आस पास के दुनिया के बारे में” कितना कम जानते हैं.
– Socrates / सुकरात
Quote : उन लोगो की बात पर ध्यान मत दीजिये जो आपके काम और आचरण की प्रसंसा करते हैं । उन लोगो की बातो पर ध्यान दीजिये जो आप के काम में कमियाँ निकालते हैं .
– Socrates / सुकरात
Mind blowing bro