बिहार उद्यमी संघ द्वारा 4th उद्यमिता सम्मेलन का आयोजन पटना के श्री कृष्णा मेमोरियल हाल में किया गया । इसका उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री बिहार श्री नीतीश कुमार एवं माननीय उद्योग मंत्री बिहार सरकार श्री जय कुमार सिंह के द्वारा किया गया । इसके उद्घाटन सत्र में प्रधान सचिब बिहार सरकार अंजनी कुमार सिंह, सचिब उद्योग विभाग श्री डॉ. सिद्धार्थ, पद्म श्री प्रो. अनिल गुप्ता, बिहार उद्यमी संघ के अध्यक्ष श्री कौशलेन्द्र, बिहार उद्यमी संघ के महासचिव श्री अभिषेक थे । उद्घाटन सत्र से ठीक पहले डॉ. सिद्धार्थ के द्वारा बिहार स्टार्ट उप नीति २०१७ के विषय में उपस्थित उद्यमियों को बताया गया । बिदित हो की इस कार्यक्रम का मुख उद्देश्य बिहार में उद्यमिता का ईको सिस्टम विकसित करना है ।
इस अवसर पर माननीय मुख्मंत्री ने कहा की बिहार देश का पहला ऐसा राज्य है जिसने स्टार्टअप नीति बनायीं और 500 करोड़ के फंड के द्वारा बिहार में नए उद्यमियों और युवा को अपने उद्यम में सहयोग करने का संकल्प किया है । मुख्यमंत्री ने अपने वक्तव में कहा की बिहार में सर्वाधिक नागरिक युवा हैं और इन युवाओं को विकसित करके ही नए बिहार की कल्पना की जा सकती है । इसी को देखते हुए बिहार सरकार ने अनेक तरह के कार्यक्रम को शुरू किये । जैसे की विकशित बिहार के सात निश्चय, कुशल युवा कार्यक्रम इत्यादि-इत्यादि । उद्योग, विज्ञानं एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री जय कुमार सिंह ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार सरकार बिहार को स्टार्ट अप हब बनाने के लिए दृढ़संकल्पित है और इसी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए स्टार्ट अप बिहार कार्यक्रम की शुरुवात किया गया है । श्री सिंह ने कहा कि बिहार उद्यमी संघ के चार साल के प्रयासों का ही नतीजा है कि आज बिहार में स्टार्ट अप का माहौल तैयार हुआ है और इसके लिए स्टार्ट अप नीति बनायी गयी है । सरकार ने 200 करोड़ के सीड फण्ड की घोषणा की है और इसके लिए स्टार्ट अप से आवेदन मंगवाया गया है जिसमें से चुने गये 108 स्टार्ट अप को बिहार सरकार की तरफ से सीड फण्ड दिया जा रहा है । इस के साथ उपस्थित नवाचार्य गुरु के रूप में देश और देश से बहार में भी ख्यातिलब्ध प्रो. अनिल गुप्ता ने अपने वक्तव में मुख्यमंत्री एवं उपस्थित सरकार के सभी अधिकारीयों एवं उद्यमियों को कई नये-नये महत्वपूर्ण विचारो से अवगत कराया और अनुरोध किया माननीय मुख्मंत्री जिस नए बिहार की परिकल्पना कर रहे है इस में इन विचारों के सहयोग से बहुत ही महत्वपूर्ण परिवर्तन किया जा सकता है ।
माननीय मुख्यमंत्री ने टेक एक्सपो का भ्रमण किया और सभी 30 स्टालों पर स्टार्ट अप के साथ उनके स्टार्ट अप के बारे बात की और उनका हौसलाअफजाई करते हुए उनके कर्यों की सराहना की । 10 युवा उद्यमियों को इंटरप्रेन्योर इम्पैक्ट अवार्ड से सम्मानित किया ।
इस वर्ष के आयोजन समिति में कुल 50 लोग बिहार सरकार के उद्योग विभाग से हैं और 50 लोग बिहार उद्यमी संघ से हैं । गौरतलब हो कि यह आयोजन उद्योग विभाग, बिहार सरकार, इंटरप्रेंयूर्स असोसिएशन ऑफ़ इंडिया (EAI), आई आई टी पटना, आई आई एम् कोलकाता, अंतररास्ट्रीय मजदूर संगठन, वर्ल्ड इकनोमिक फोरम का ग्लोबल शेपर्स कम्युनिटी, टारगेट एक्सलेरेटर, अमेज़न, आइबीएम, कैरो सोसाइटी, एफ टू एफ, स्केल वेंचर्स, योर स्टोरी आदि 27 राष्ट्रिय और अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के सहयोग से किया जा रहा है ।
इस अवसर पर बिहार उद्यमी संघ के प्रेसिडेंट श्री कौशलेन्द्र ने बताया कि बिहार में इस तरह का यह चौथा आयोजन किया जा रहा है जब आम लोगों के बीच उद्यमिता पर चर्चा किया जा रहा है और बिहार के आम लोगों के मस्तिष्क में उद्यमिता के प्रति एक सकारात्मक विचार उभर रहा है, जहाँ अन्य विकसित देशों की तरह यहाँ भी माता-पिता अपने बच्चों को उद्यमी बनने लिए प्रेरित कर रहे हैं । युवाओं में स्टार्ट अप पालिसी और उद्योग नीति पर चर्चा हो रही है । देश-विदेश के निवेशक, एंजल इन्वेस्टर, वेंचर कैपटलिस्ट, स्टार्ट अप एक्सलेरेटर बिहार के युवा उद्यमियों में निवेश की संभावना तलाश रहे हैं ।
बिहार उद्यमी संघ के महासचिव श्री अभिषेक कुमार ने कहा की अब स्थिति बहुत ही सकारत्मक है, बड़े-बड़े निवेशक अब बिहार के स्टार्टउप में अपना निवेश करना चाह रहे है और कर भी रहे हैं । इस क्रम में इन्होने सम्मेलन के पिछले यात्रा के बारे में भी विस्तार से अपने स्वागत भाषण में कहा और पिछले तीन वर्ष के प्रयास की यह सफलता है कि इस बार के बिहार उद्यमी सम्मेलन में 1000 से अधिक स्टार्टअप और 4000 से अधिक युवा उद्यमी और देश-विदेश के 100 से अधिक निवेशक, उद्योग गुरु एवं उद्योग विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं ।
इस बार बिहार उद्यमी सम्मेलन कार्यक्रम को तीन थीम में बांटा गया है ।
गौरतलब है कि बिहार उद्यमी सम्मेलन की शुरुवात 2014 में हुई थी, जिसमे पहली बार बिहार में युवा उद्यमियों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया गया और सरकार से बिहार में उद्यमियों के लिए एक इको सिस्टम डेवलप करने के लिए स्टार्टअप नीति बनाने का आग्रह किया गया । वर्ष 2015 में माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने बिहार उद्यमी सम्मेलन के मंच से स्टार्टअप कमिटी गठन करने की घोषणा की और वर्ष 2016 में पहली बार बिहार में स्टार्टअप नीति लाया गया । बिहार को अगला स्टार्ट अप हब बनाने के लिए बिहार उद्यमी संघ द्वारा बिहार स्टार्टअप यात्रा का शुरुवात किया गया और सरकार द्वारा 500 करोड़ वेंचर कैपिटल फण्ड की घोषणा की गयी और इन्क्यूबेशन सेण्टर बनाया गया । वर्ष 2016 में उद्योग संवाद जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से स्टार्ट अप नीति को क्रियान्वित करने का प्रयास किया गया और परिणाम स्वरुप 100 से अधिक स्टार्ट अप बिहार में सरकार की नीतियों से लाभान्वित हुए ।
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