अभी कल को मैंने एक फेसबुक पर एक पंजाबी गीत के बोल पोस्ट किया था. हमारे कई मित्रों ने अपने तरीके से अलग-अलग मतलब निकाले. कई लोगों को ये तक लगा कि मेरा ‘फिर से’ (…… ‘फिर से’) किसी के साथ चक्कर आरंभ हो गया. कुछ लोग तो इनबॉक्स तक पहुँच गए कि क्या कहाँ गुल खिला रहे हैं. खैर,अतीत ने ऐसा खेल-खेला है कि दुस्साहस मैं कभी नहीं नहीं कर सकता. मतलब कुल मिलाकर सीन ये है कि अब ‘इ कबहु ना हो सकेला’ लेकिन ऐसा उम्मीद पालने वाले भी गलत नहीं हैं क्योंकि उनमें से अधिकतर ऑलरेडी कहीं न कहीं किसी न किसी के सँग ‘लव-एक्सप्रेस’ में यात्रा कर रहे हैं.
अब आइये मुद्दे की बात करते हैं. ये है एक पंजाबी गीत जिसे गाया है मन्नत नूर ने. जी हाँ ये वहीं मन्नत नूर हैं जिनका नाम आपमें से 95% मित्रों ने पहली बार सुना होगा. मन्नत नूर आपको बड़ा नाम नहीं लग रहा है लेकिन अब जो आप पढ़ेंगे उसके बाद इनके गायिकी और पहचान के स्तर को समझ सकेंगे….. “वे तू लौंग, वे मैं लाची तेरे पीछे आ गवाची… तेरे इश्क़े ने मारी कुड़ी कांच दी कंवारी….. वे मैं चम्बे दे पहाडं वाली शाम वे मुंडियासंदली संदली नैना विच तेरा नाम वे मुंडिया…….” इस मुखड़ा और पहले अंतरा के सँग बना हुआ ये गीत यूट्यूब पर भारतीय सांगीतिक इतिहास का सबसे बड़ा गीत है! फिर से पढिये ये गीत यूट्यूब पर भारतीय सांगीतिक इतिहास का सबसे बड़ा गीत है. यानी आजतक आप जितने गीतों को सुपरहिट मानकर चल रहे थे, यदि यूट्यूब को मानक मानें तो वो सभी बॉलीवुड गीत इसके आस-पास की कौन कहे कोसों-कोसों तक कहीं नहीं दिखता है.
यूट्यूब पर आजतक इस वीडियो के 74,43,57,365 व्यूज आ चुके हैं. पढ़ने में दिक्कत होगा शब्द में लिख कर बता रहा हूँ ये संख्या है :- 74 करोड़, 43 लाख, 57 हजार-तीन सौ पैंसठ और इसी के सँग ये भारत में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला वीडियो है.
इन तीनों के मध्य एक बात और याद रखिए की ये एक प्रांतीय भाषा (पंजाबी) का गीत है. और तो और भारत के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले शीर्ष 5 वीडियोज में से कुल 3 पंजाबी गीत ही हैं. दूसरे नम्बर पर आता है सलमान भाई वाला ‘स्वैग से करेंगे सब का स्वागत’ इसके भी 73 करोड़ 17 लाख से अधिक व्यूज हैं. तीसरे नंबर पर नेहा कक्कर जिनके गाने दिल पर लगने के लिए मशहूर हैं उनका ‘मिले हो तुम हमको बड़े नसीबों से’ है जिसके लगभग 71 करोड़ 11 लाख से अधिक व्यूज हैं. चौथे नम्बर पर आते हैं गुरु रंधावा, जी हाँ वहीं गुरु रंधावा जिनसे मेरी उम्मीद है कि वो लॉन्ग लाची का रिकॉर्ड ध्वस्त करेंगे. गीत के बोल हैं ‘लगदी लाहौर दिया जिस हिसाब ने हँस दिया’ इसके लगभग 70 करोड़ 32 लाख व्यूज हैं और पाँचवे नम्बर पर भी इन्हीं महाशय यानी अपने गुरु रंधावा जी का ही गीत आता है ‘हाई रेटेड गबरू’ इसके भी लगभग 68 करोड़ से अधिक व्यूज हैं.
अब इतने बड़े-बड़े गीतों के विश्लेषण के बाद आप सबों में से कई मित्रों के मन में यह प्रश्न आ रहा होगा कि इस भीड़ में मैथिली भाषा और उसके गीतों का क्या स्थिति है. आप में से अधिकतरों को लग रहा होगा कि मैथिली भाषा का सबसे बड़ा गीत कुंज बिहारी, माधव राय, राम बाबू झा, पूनम मिश्रा या ऐसे ही किसी कलाकार के द्वारा गाया गया होगा लेकिन बंधुवर ऐसा नहीं है. वास्तविक स्थिति ये है कि एक बंसीधर चौधरी जी हैं, जिस प्रकार से आप में से 95% लोग मन्नत नूर जी का नाम पहली बार सुने वहीं हाल बंशीधर चौधरी जी के केस में है. मिथिला के खगड़िया या उसके आसपास रहने वाले बंशीधर चौधरी जी यूट्यूब को यदि मानक मानें तो मैथिली भाषा के सबसे बड़े गायक हैं. मैथिली भाषा के इतिहास में यूट्यूब पर इनका गाया हुआ एक कालजयी रचना जिसके बोल यहां पर लिखने लायक नहीं है वह 23 मिलियन यानी 2 करोड़ 30 लाख से अधिक व्यूज के साथ मैथिली भाषा का सबसे बड़ा गीत है. जिनको इस गीत के संदर्भ में अधिक जानकारी चाहिए मुझ से मैसेज में पूछ सकते हैं. मैथिली भाषा में दूसरे स्थान पर भी इन्हीं का गीत है. गीत के बोल हैं ‘बुच्ची गे पढ़ई छि खगड़िया में कियै नै पास करै छि’ इस गीत के लगभग एक करोड़ से ऊपर व्यूज हैं.
आप जिन कलाकारों को आदर्श मैथिली गायक मानते हैं उनमें से पूनम मिश्रा यानी अपनी मधुबनी वाली बहिनजी एक नम्बर पर आती हैं. इनके आवाज में शिव कुमार झा ‘टिल्लू’ रचित बहुचर्चित गीत ‘जहिये सँ गेलखिन सजना’ के लगभग 70 लाख व्यूज हैं.
साथ ही विश्लेषण के इन मानकों पर हमने नेपाली गायकों के मैथिली गीतों को ध्यान में नहीं रखा है. नेपाली मैथिली गायकों की स्थितियों यहाँ से बेहतर है और ‘चेहरा छुपा क’ एलौं’, ‘नथिया टूटल सैंया खटिया पर’, ‘स्प्रिंग सेट छौ’ जैसे गीतों पर करोड़ के आसपास या उससे ऊपर व्यूज हैं. तो ये थी एक सच्चाई प्रांतीय भाषा के आधुनिक संगीत का.
आलेख : धीरज कुमार झा
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